असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज, निजी समाचार। सत्ता की मास्टर की बहुजनो को अपने हाथ मे लेनी होगी,अकलियत व सर्व समाज के लोग वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों से परेशान व त्रस्त है।आगामी 2022 के विधानसभा के चुनाव में प्रदेश की सर्व समाज की जनता बीजेपी के ताबूत में कील ठोक कर यूपी में बहन मायावती के नेतृत्व में बसपा की पूर्णबहुमत कई सरकार बनाएगी उक्त विचार बहुजन समाज पार्टी के प्रयागराज मण्डल सहित कई मण्डलों के मुख्य सेक्टर प्रभारी व पूर्व एमएलसी डॉक्टर विजय प्रताप ने बीएसपी द्वारा सरदार पटेल संस्थान में आयोजित बाबा साहेब अम्बेडकर के 66वें परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर उमड़े जन सैलाब को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है, सभी विपक्षी मिलकर उसी तरह बीएसपी के मिशन को रोकने का असफल प्रयास कर रहे है जिस प्रकार आजादी के पूर्व बाबा साहेब के मिशन को कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही थी।

उन्होंने कहा कि आजादी के पूर्व बाबा साहेब गरीबो, महिलाओं,दलितों,पिछड़ों के हक के लिए जब लड़ रहे थे तो कांग्रेस ने बाबा साहेब का पग- पग पर विरोध किया। डॉक्टर अम्बेडकर ने भारत को जो सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया है उसी की बदौलत महिलाओं, दलितो व पिछड़ों का सम्मान सुरक्षित है। इस लिए हम सभी को मिलकर भारतीय संविधान व भारत की एकता अखंडता के लिए सजग रहना होगा। उन्होंने बाबा साहेब को नमन करते हुए उपस्थित बसपा जन समुदाय व बसपा समर्थकों से 2007 के इतिहास की पुनरावृत्ति का अववाहन करते हुए जनपद की सभी विधानसभा की सीटो पर बीएसपी के प्रत्याशियों को जिताने का अनुरोध किया है। उक्त अवसर पर बीएसपी के पूर्व विधायक राजबली जैसल ने कहा कि सर्व समाज का सम्मान बहुजन समाज पार्टी में सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि बीएसपी के शासन को सभी ने देखा है।

बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त है।उन्होंने कहा भारतीय संविधान की रक्षा हमारा पहला दायित्व है। हम सभी मिलकर पांचवी बार बीएसपी की सरकार बहन मायावती के नेतृत्व में बनानी होगी तभी सर्व समाज का सम्मान सुरक्षित होगा। कार्यक्रम की शुरूआत बाबा साहेब व मान्यवर कांशी राम जी के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्ञान सिंह पटेल व संचालन अभिषेक गौतम ने की। उक्त अवसर पर घनश्याम पटेल, जगन्नाथ पाल, चौधरी सईद अहमद, राजेश पासी,अशोक विन्द, नरेंद्र त्रिपाठी मुन्ना, संजय गोस्वामी, राम तौलन,ई घनश्याम पाण्डेय, भूपेंद्र तिवारी,एडवोकेट रविन्द्र गांधी, रणजीत सोनकर, अनिल गौतम, रामवृज गौतम,टिकेश गौतम, शिक्षक नेता अनिल कुमार, मूलचंद गौड़ एवं योगेश्वर कांत आदि लोग प्रमुख रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें